Hindi : Ab ki baar, Dakkhan paar
( हिन्दी- दिवस विशेष) 193 7 : मद्रास प्रेसीडेंसी के स्कूलों में हिंदी भाषा अनिवार्य ….. सरकार के इस फ़ैसले से काफ़ी सुगबुगाहट। 1963 : दिल्ली में हिन्दी को एकमात्र राज भाषा बनाने पर चर्चा ….. दक्षिण भारत में हिन्दी विरोधी हिंसा एवं धरना। आज के कई युवा इन घटनाओं से शायद ही अवगत होंगे। कुछ वाक़िफ़ भी होंगे तो शायद 1980 के दशक में तमिलनाडु में हिन्दी फ़िल्मों पर प्रतिबंध और हिंदी होर्डिंग और बैनर पर लगी कालिख से। पर सभी पाठकों को मेरे क्रिकेट -प्रेमी मित्र का क़िस्सा उस समय के हालात से रू-ब-रू करवाएगा । 1980 के दशक में क्रिकेट की कमेंटरी सुनना, क्रिकेट प्रेमियों की दीवानगी या शग़ल था। रेडियो पर कमेंटरी का आधा हिस्सा हिन्दी में प्रसारित किया जाता था। और यह दक्षिण के मेरे इस मित्र के क्रिकेट-प्रेम के आड़े आता था। उस समस्या को दूर करने के लिए मेरे मित्र ने सिर्फ़ 1 से 500 तक हिन्दी के अंकों को जान लिया ताकि उसे स्कोर की जानकारी तो मिलते रहे पर हिन्दी ना सीख कर उसका हिन्दी के प्रति उसका रोष भी बना रहे। जनता के इस रोष से ‘हिन्दी-विरोध’ कई वर्षों तक एक चुनावी मुद्